बहोरीबंद रीठी बड़वारा विजय राघवगढ़ एवं अन्य क्षेत्रों में मनरेगा के तहत श्रमिकों का नहीं हुआ भुगतान आर्थिक तंगी से जूझ रहे मजदूर
Workers not paid under MNREGA in Bahoriband Reethi Barwara Vijay Raghavgarh and other areas. Workers suffering from financial crisis.
कटनी ।मजदूरों को रोजगार मिल सके इसके लिए केंद्र सरकार के द्वारा मनरेगा योजना चलाई जा रही है। लेकिन मनरेगा योजना के तहत सामग्री व श्रमिक भुगतान न होने से योजना फेल होते दिख रही है। वर्तमान मैं विगत तीन माह से मजदूरों को मजदूरी भुगतान नहीं हो रहा है। जिससे श्रमिक वर्ग परेशान है और मजदूरों को आर्थिक समस्या का सामना करना पड रहा।
जानकारी के अनुसार बहोरीबंद जनपद का मनरेगा योजना के तहत सामग्री का 78 लाख और श्रमिको की मजदूरी का 3 करोड़ 95 लाख रुपए बकाया है। इधर, भुगतान नहीं होने से मजदूर परेशान हो रहे हैं। विकास कार्यों की गति में ब्रेक लग रहा है। ग्रामीणों को रोजगार नहीं मिलने से वे परेशान हो रहे हैं। महिनों से भुगतान अटकने के कारण ग्रामीणों का मनरेगा से मोहभंग होने लगा है। ग्राम पंचायत के सरपंचो का कहना है कि विगत तीन माह से मनरेगा योजना के तहत श्रमिकों का मजदूरी भुगतान नहीं हो रहा है। जिससे मजदूर प्रतिदिन पंचायत कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। मजदूरी भुगतान न होने के चलते श्रमिक वर्ग अब काम पर भी नही आ रहे, जिससे पंचायतों मैं
निर्माण कार्य पर ब्रेक लगा हुआ है।
जानकारी के मुताबिक रोजगार नहीं मिलने से पलायन कर रहे ग्रामीण इधर, मनरेगा से रोजगार नहीं मिलने के कारण ग्रामीण रोजगार के लिए पलायन कर रहे है। दरअसल, ग्राम पंचायतों में पूर्व में मनरेगा से कार्य तो हुए है। लेकिन उसका भुगतान महिनों तक नहीं हो पा रहा है। जिसकी वजह से ग्रामीणों का मनरेगा से मोह भंग होते जा रहा है। मजदूरों का कहना है मार्च माह मैं महा शिवरात्रि व होली का त्यौहार है।
यदि मनरेगा भुगतान नही हुआ तो आर्थिक समस्या और गड़बड़ा जायेगी।
जिस कारण रोजगार की तलाश में दूसरे जिलों व महा नगरों की ओर पलायन करने की तैयारी मैं है। मनरेगा से भुगतान नहीं होने की वजह से एक तो ग्रामीण परेशान है। वहीं भुगतान के लिए अब पंचायतों के चक्कर काट रहे है। पंचायत पदाधिकारी भी ग्रामीणों को बजट नहीं होने और भुगतान होने का आश्वासन दे रहे है। जानकारी के अनुसार कटनी जिले मैं छह जनपद पंचायत है। जिसमे जनपद पंचायत रीठी मैं श्रमिक मजदूरी का 3 करोड़ 17 लाख रुपए व सामग्री का 42 लाख भुगतान बकाया है। इसके अलावा जनपद पंचायत बहोरीबंद
श्रमिक मजदूरी भुगतान 3 करोड़ 95 लाख व सामग्री भुगतान 78 लाख रुपए, जनपद पंचायत कटनी का श्रमिक मजदूरी भुगतान 2 करोड़ 53 लाख व सामग्री भुगतान 69 लाख रुपए, जनपद पंचायत विजय राघवगढ़ श्रमिक मजदूरी भुगतान 2 करोड़ 68 लाख व सामग्री भुगतान 1 करोड़ 23 लाख रुपए, जनपद पंचायत बड़वारा श्रमिक मजदूरी भुगतान 3 करोड़ 21 लाख व सामग्री भुगतान 88 लाख रुपए व जनपद पंचायत
ढीमरखेड़ा श्रमिक मजदूरी 7 करोड़ 19 लाख रुपए व सामग्री भुगतान 2 करोड़ 96 लाख रुपए बकाया है, जो शासन स्तर से भुगतान होना शेष है। इनका कहना है ऋषिराज चढ़ार जिला मनरेगा अधिकारी यह बात सही है कि वर्तमान मैं मनरेगा योजना के तहत श्रमिक मजदूरी व सामग्री का भुगतान नही हो पा रहा है। राज्य शासन स्तर से मनरेगा का भुगतान न होने की समस्या है। लगातार विभागीय वरिष्ठ अधिकारियों को इस संबंध मैं जानकारी दी जा रही है। अधिकारियों के द्वारा आश्वासन दिया जा रहा है कि जल्द ही मनरेगा भुगतान होगा। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में यह स्थिति है एक सप्ताह में भुगतान होने के आसार हैं