आमंत्रण विवाद में उलझा प्रसूति प्रतिक्षालय भवन लोकार्पण कार्यक्रम ।

विधायक ने किया प्रसूति प्रतिक्षालय भवन का लोकार्पण, नपा अध्यक्ष उपाध्यक्ष को आमंत्रित करना भूले बीएमओ साहब ?
नगर के प्रथम नागरिक की उपेक्षा की शहर में हो रही आम चर्चा ।
Inauguration program of maternity ward building embroiled in invitation controversy.
हरिप्रसाद गोहे
आमला । हमेशा ही चर्चाओ में रहने वाले सिविल अस्पताल एवं वहा पदस्थ खंड चिकित्सा अधिकारी की कार्यप्रणाली में लापरवाही बरते जाने का बुधवार एक और मामला प्रकाश में आया है । यह लापरवाही जानबूझकर की गई या किसी के इसारे पर यह बात एक गंभीर प्रश्न के रूप में उभर कर सामने आई है । मामला बुधवार सिविल अस्पताल में नवनिर्मित प्रसूति प्रतिक्षालय भवन के लोकार्पण कार्यक्रम में नगर के प्रथम नागरिक नगर पालिका अध्यक्ष नितिन गाड़रे एवं नगर पालिका उपाध्यक्ष किशोर माथनकर को आमंत्रित न कर उनकी उपेक्षा किए जाने का । जागरूक नागरिकों ने हमारे प्रतिनिधि से चर्चा के दौरान बताया सिविल अस्पताल में प्रसूति प्रतिक्षालय भवन का लोकार्पण कार्यक्रम पूर्णतः सरकारी था जिसमे सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधि एवं विपक्ष के चुनें हुए जन प्रतिनिधि को आमंत्रण दे आमंत्रित किया जाना होता लेकिन बीएमओ ने सत्ता के जनप्रतिनिधि एवं उनके कार्यकर्ताओ को आमंत्रित कर भवन का लोकार्पण संपन्न करा दिया गया वहीं नगर के प्रथम नागरिक नगर पालिका अध्यक्ष को आमंत्रित न कर उनके पद की गरिमा एवं उनको अपमानित कर उनकी उपेक्षा की गई जो बीएमओ
की घोर लापरवाही पूर्ण कार्यप्रणाली को उजागर करता है । गोरतलब हो की प्रदेश सरकार जन प्रतिनिधियों के सम्मान हेतु प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है वही सरकार के नुमाइंदे सरकार की मंशा को पलीता लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं।

क्या है पूरा मामला
बुधवार सिविल अस्पताल आमला में नवीन प्रसूति प्रतिक्षालय भवन के लोकार्पण कार्यक्रम का आयोजन आयोजित हुआ था।लोकार्पण कार्यक्रम डॉ योगेश पंडाग्रे विधायक आमला के हस्ते संपन्न हुआ। यह कार्यक्रम सिविल अस्पताल आमला के बी एम ओ अशोक नरवरे के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। बी एम ओ द्वारा इस लोकार्पण कार्यक्रम में आमला नगर के प्रथम नागरिक नगर पालिका अध्यक्ष नितिन गाडरे सहित नगर पालिका के उपाध्यक्ष किशोर माथनकर को आमंत्रित नही किया गया था।यह स्थानीय जन प्रतिनिधि का अपमान है । बतादे लोकार्पण कार्यक्रम में सत्ता पक्ष से जुड़े छोटे से लेकर बड़े नेताओं को बुलाकर सम्मान दिया गया किंतु नपा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को न बुलाकर उनका अपमान किया गया। जन चर्चा यह भी है की आमला बी एम ओ की कार्यप्रणाली हमेशा से ही विवादास्पद रही है।अपनी हठधर्मिता के कारण ये कई बार विवादो मे आए।लोगो का कहना है की बीएमओ अपने आपको को अस्पताल का सुप्रीमो समझते है।सत्ता पक्ष के नेताओं से मधुर संबंध और कृपा पात्र होने के कारण आए दिन विवादो में रहने के बाद भी इन पर कोई कार्यवाही नहीं होती।आज सिविल अस्पताल साधन सम्पन्न होने के बाद भी बीएमओ की कार्यप्रणाली के कारण सुविधा विहीन है।आमला के नागरिकों और वरिष्ठ जनों ने इसे बीएमओ की घोर लापरवाही और जानबूझकर कर अपमानित करने की कारगुजारी करार दिया है । इस संबंध में जब खंड चिकित्सा अधिकारी आमला डॉक्टर अशोक नरवरे से दूरभाष पर संपर्क करना चाहा गया तो उन्होंने फोन रिसीव नही किया जिस कारण उनसे संपर्क नहीं हो सका ।
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इन्होंने क्या कहा
मुझे कोई आमंत्रण नहीं मिला और न ही मुझे इस संबंध में कोई जानकारी है” इस तरह की दूजे भाव वाली कार्यप्रणाली बीएमओ की घोर लापरवाही को उजागर करता है ।
नितिन गाडरे
अध्यक्ष नगर पालिका परिषद आमला ।
शहर में सरकारी कार्यालय में आयोजन हो रहा हो उसमे नगर के प्रथम नागरिक को न बुलाए जाना शर्म की बात है अधिकारी की इस तरह की लापरवाही सत्ता पक्ष के नेताओं के इशारों में कार्य करने वाली कार्यप्रणाली को उजागर करता है जो गलत हैं ।
किशोर माथनकर उपाध्यक्ष नगर पालिका परिषद् आमला ।।