ग्वालियर : किला गेट थाने की पुलिस कर्मियों का तानाशाही रवैया
Gwalior: Dictatorial attitude of police personnel of Kila Gate police station
ग्वालियर । 2024 लोकसभा चुनाव को देखते हुए आचार संहिता लगी हुई है वही पुलिसकर्मी भी तानाशाही और पुलिस की वर्दी का भोली वाली जनता को रोब दिखाने से पीछे नहीं हट रहे हैं । ऐसा ही एक मामला ग्वालियर के किला गेट थाना क्षेत्र में देखने को मिल रहा है किला गेट पुलिस कर्मियों द्वारा बिना महिला पुलिस के घर में जबरन घुस रहे हैं!
फरियादी महिला श्रीमती सुषमा यादव का कहना है की रात के तक़रीबन 1 बजे कुछ पुलिस वाले बिना महिला फोर्स के मेरे मकान पर आए मैंने उनसे अंदर से कहा की कोई महिला पुलिस बुला लो मैं गेट खोल दूंगी लेकिन उन्होंने एक न सुनी और गैस कटर से गेट को काटकर अंदर कूद आए और मेरे साथ गाली गलौज कर धक्का मुक्की कर एक तरफ बिठा दिया जब मैं इनका मोबाइल में वीडियो बनाना चाहा तो उन्होंने मोबाइल छीन कर डिलीट कर मोबाइल एक तरफ फेंक दिया और मुझे किचन की तरफ ले जाकर बिठाल दिया और मेरी बेडरुम में जाकर पूरा सामान फैला दिया मैं घर में अपने बच्चों के साथ अकेली थी मुझे इतना डर लग रहा था ऐसा लग रहा था की है यह सब पुलिस वाले नशे में थी मैंने बार-बार पूछा कि मामला क्या है आप इस तरह से मेरे घर में क्यों घुस आऐ हो लेकिन मुझे कोई जानकारी नहीं दी और कहा की ज्यादा मुंह मत चला तेरा पति आ जाए तो उसे थाने भेज देना। जब मैं अपने बेडरूम में गई तो अलमारी सूट केस पूरा खुला डाला था मेरा कुछ सामान भी नहीं मिल रहा था इस तरह से घर में घुसे थे जैसे कोई आतंकवादी घर में छुपा हो जहां एक ओर सरकार महिला की सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े वादे करती है वही जब हमारे शहर की पुलिस ही ऐसा करने लगी तो महिला कहां सुरक्षित होगी।
फरियादी श्रीमती सुषमा यादव