हरविंद्र कल्याण भाजपा की टिकट पर लगातार तीसरी बार विधायक बने, अब बन सकते है प्रोटेम स्पीकर
चंडीगढ़
नायब सिंह सैनी पार्ट-टू में जहां पंजाबी समुदाय से संबंधित एक मात्र अनिल विज को कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिला है। वहीं हरियाणा में रोड बिरादरी और कश्यप बिरादरी को मंत्रिमंडल तथा सत्ता पक्ष में अभी तक कोई भागीदारी नहीं मिली है। रोड बिरादरी का प्रभाव हरियाणा के कईं जिलों में काफी ज्यादा है। करनाल, नीलोखेड़ी, असंध, इसराना जैसी विधानसभा सीटों पर रोड बिरादरी का काफी वोट बैंक है। घरोंडा से रोड बिरादरी से संबंधित हरविंद्र कल्याण भाजपा की टिकट पर लगातार तीसरी बार विधायक बने हैं।
रोड बिरादरी के नेता अतीत में ज्यादातर सरकारों में विधायक और मंत्री बनते रहे हैं, जिनमें ईश्वर सिंह रोड, चंदा सिंह, सुलतान जड़ोला, श्रीराम, चौधरी मुलतान सिंह जैसे बड़े नाम शामिल है। चौधरी मुलतान सिंह संयुक्त पंजाब में राज्य मंत्री और हरियाणा गठन के बाद डिप्टी स्पीकर भी रहे हैं। ईश्वर सिंह रोड भी हरियाणा विधानसभा में स्पीकर रहे हैं। वर्तमान में हरविंद्र कल्याण जो तीसरी बार विधायक बने हैं, उनकी गिनती केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल तथा हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निकटवर्तियों में होती है।
भाजपा पार्ट-2 में भी दो विधायक रोड बिरादरी से जितकर आए थे, जिनमें से एक घरोंडा के हरविंद्र कल्याण और दूसरे निर्दलीय विधायक पुंडरी से रणधीर गोलन, जिन्होंने बीजेपी को समर्थन दे रखा था, उन्हें मंत्रिमंडल में कोई स्थान नहीं मिला था। भले ही हरियाणा में मंत्रिमंडल बनाने के लिए किसी भी सरकार में सीमाएं तय है। संख्या सीमित होने के कारण सबकों इसमें शामिल नहीं किया जा सकता। हरियाणा में स्पीकर, डिप्टी स्पीकर, चीफ व्हीप यह तीन महत्वपूर्ण पद सत्ता पक्ष की ओर से भरे जाने हैं। ऐसी चर्चा है कि घरोंडा से तीन बार भाजपा के विधायक बनकर हैट्रिक लगाने वाले हरविंद्र कल्याण को स्पीकर बनाया जा सकता है। हरविंद्र कल्याण सुशिक्षित, बुद्धिजीवी तथा विधेयक कार्यों में महारत रखते हैं। विधानसभा में वह कईं कमेटियों में सदस्य तथा प्रमुख कमेटी में अध्यक्ष पद पर भी रह चुके हैं। विधानसभा में विधेयक कार्यों को करने वाली कमेटियों की कार्यप्रणाली की उन्हें बेहतरीन जानकारी है। मधुरभाषी, सहज व सरल स्वभाव के होने के साथ-साथ वह आरएसएस तथा बीजेपी के आला नेताओं की पसंद भी हैं।
डिप्टी स्पीकर का पद पंजाब समुदाय से विधायक बने कृष्ण मिड्ढा या घनश्याम अरोड़ा को दिया जा सकता है और कश्यप बिरादरी से इंद्री के विधायक रामकुमार कश्यप को चीफ व्हीप बनाया जा सकता है। हरविंद्र कल्याण करनाल के लोकसभा चुनाव में जहां से केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने चुनाव लड़ा था, वहां चुनाव के संयोजक थे। उन्हीं दिनों करनाल के उपचुनाव में नायब सिंह सैनी विधानसभा का चुनाव लड़ रहे थे। लोकसभा और विधानसभा चुनाव में अपनी संगठनात्मक क्षमता और विरोधियों को भाजपा की ओर लाकर अपनी कार्यप्रणाली कल्याण पहले ही साबित कर चुके हैं।