प्रदेश को मिला नया टाइगर रिजर्व, रातापानी को 8वां वाइल्ड लाइफ सेंचुरी टाइगर बनाने की मिली मंजूरी
approval to make Ratapani 8th Wildlife Century Tiger
State gets new tiger reserve, approval to make Ratapani 8th Wildlife Century Tiger
- मध्य प्रदेश के रातापानी को वाइल्ड लाइफ सेंचुरी टाइगर बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है.
मध्य प्रदेश के लोगों के लिए अच्छी खबर है. टाइगर स्टेट मध्य प्रदेश में अब एक और टाइगर रिजर्व बनने जा रहा है. दरअसल, मोहन सरकार ने रातापानी वाइल्ड लाइफ सेंचुरी को टाइगर रिजर्व (Tiger Reserve) बनाने के प्रस्ताव पर मंजूरी दे दी है. राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण ने 2011 में रातापानी को टाइगर रिजर्व बनाने की सैद्धांतिक सहमति दे दी थी. बता दें कि रातापानी वाइल्डलाइफ सेंचुरी टाइगर रिजर्व 2163.037 वर्ग किमी में बनेंगा. साथ ही इसमें बाघ, तेंदुआ समेत 3 हजार से ज्यादा वन प्राणियों को रखा जाएगा.
रातापानी मध्य प्रदेश का 8वां वाइल्ड लाइफ सेंचुरी टाइगर रिजर्व बनेगा
रातापानी टाइगर रिजर्व के लिए मुख्यमंत्री मोहन यादव की अध्यक्षता वाली राज्य वन्य प्राणी बोर्ड से मंजूरी मिल गई है. अब ये प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जाएगा. रातापानी वाइल्ड लाइफ सेंचुरी को टाइगर रिजर्व बनने के बाद मध्य प्रदेश में 8 टाइगर रिजर्व हो जाएंगे. बता दें कि रातापानी को टाइगर रिजर्व बनाने का प्रस्ताव 16 साल लंबित था.
रातापानी टाइगर रिजर्व बनने से भोपाल को मिलेगी नई पहचान
अधिकारियों के मुताबिक, नया टाइगर रिजर्व बनने से भोपाल को एक नई पहचान मिलेगी. भोपाल और औबेदुल्लागंज को आर्थिक रूप से फायदा होगा, क्योंकि यहां टूरिस्ट की संख्या बढ़ जाएगी. इसके अलावा रातापानी रिजर्व के लिए केंद्र सरकार 60 फीसदी और राज्य सरकार 40 फीसदी अलग से बजट देगी.
रातापानी सेंचुरी के टाइगर रिजर्व बनने से भोपालवासियों को मिलेंगे ये फायदे
- रातापानी सेंचुरी बनने से भोपाल की सांस्कृतिक धरोहर से दुनिया रूबरू होगा.
- रातापानी टाइगर रिजर्व बनने से भोपाल की अंतरराष्ट्रीय नक्शे पर पहचान बनेगी.
- भोपाल की अर्थव्यवस्था बढ़ेगी.
- भोपाल के युवाओं और रहवासियों को रोजगार के अवसर मिलेंगे.
- होटल, रिसोर्ट और होम स्टे से लोगों को आर्थिक लाभ मिलेगा.
यहां जानें मध्य प्रदेश में स्थित टाइगर रिजर्व के बारे में
मध्य प्रदेश में अब तक 7 वाइल्ड लाइफ सेंचुरी टाइगर रिजर्व है, जो कान्हा टाइगर रिजर्व (मंडला), पेंच टाइगर रिजर्व (छिंदवाड़ा, सिवनी), पन्ना टाइगर रिजर्व (पन्ना), सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (नर्मदापुरम), संजय दुबरी टाइगर रिजर्व (सीधी), बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (उमरिया), रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व (सागर, नरसिंहपुर, दमोह) है. वहीं रातापानी टाइगर रिजर्व भोपाल बनने के बाद प्रदेश में 8 टाइगर रिजर्व हो जएंगे.