दिल्ली के बॉर्डर पर भीषण ठंड के बीच रात में खुले आसमान के नीचे सड़क पर डटे हैं किसान
नई दिल्ली. दिल्ली शीत लहर की चपेट में है, इसके बावजूद केंद्र के कृषि कानूनों (Agricultural Law) का दिल्ली की सीमाओं (Delhi border) पर विरोध कर रहे किसान (Farmer) अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं. शहर में रविवार को पारा 3.4 डिग्री सेल्सियत तक गिर गया जो इस मौसम में अब तक का सबसे न्यूनतम तापमान है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के एक अधिकारी ने कहा, सफदरजंग वेधशाला में रविवार सुबह न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री नीचे 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है.
किसान आंदोलन शुरू हुए चार सप्ताह हो चुके हैं और इसके कारण सीमा पर कई बिंदुओं पर यातायात का मार्ग परिवर्तित किया गया है जिसकी वजह से यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है. किसान आंदोलन जब से शुरू हुआ है तब से ही दिल्ली यातायात पुलिस लगातार ट्वीट कर सड़के बंद होने और वैकल्पिक मार्गों से जुड़ी जानकारी यात्रियों को दे रही है.
दिल्ली यातायात पुलिस ने रविवार को ट्विटर के जरिए बताया कि टिकरी और धंसा बॉर्डर यातायात के लिए बंद है और झटिकारा बॉर्डर केवल दोपहिया वाहनों और पैदल यात्रियों के लिए खुला है. दिल्ली यातायात पुलिस ने कहा कि हरियाणा जाने वाले लोगों के लिए झड़ोदा, दौराला, कापसहेड़ा, बदूसराय, रजोकरी एनएच 8, बिजवासन/बजघेड़ा, पालम विहार और डूंडाहेड़ा बॉर्डर खुले हैं.
यातायात पुलिस के अनुसार नोएडा और गाजियाबाद से दिल्ली आने के लिए गाजीपुर सीमा बंद है. यातायात पुलिस ने कहा कि दिल्ली आने वाले लोग आनंद विहार, डीएनडी, अप्सरा और भोपुरा बॉर्डर का वैकल्पिक मार्ग अपना सकते हैं. दिल्ली और नोएडा के बीच चिल्ला बॉर्डर केवल एक तरफ से खुला है और नोएडा से दिल्ली आने का रास्ता बंद है. यातायात पुलिस ने कहा, सिंघू, औचंदी, पियाउ मनियारी, सभोली और मंगेश बॉर्डर बंद है। कृपया लम्पुर, सफियाबाद और सिंघू स्कूल टोल टैक्स बॉर्डर का उपयोग करें। यातायात को मुकर्बा और जीटीके रोड से मोड़ दिया गया है.