पुलिस की वाहन चेकिंग बनी जनता के लिए परेशानी।
Vehicle checking by police has become a problem for the public.
चुनावी माहौल में पुलिस की कड़ी वाहन चेकिंग,इसमें पिस रहे आम आदमी।
चेकिंग के नाम पर वाहन चालकों को 15 से 30 मिनट तक रोका जा रहा है।
उदित नारायण
भोपाल। चुनाव आचार संहिता लागू होने के साथ ही ट्रैफिक पुलिस सड़कों पर कहीं भी खड़े होकर वाहन चेकिंग के नाम पर लोगों को परेशान किया जा रहा है। इस मामले को लेकर यातायात पुलिस के अला-अधिकारियों का कहना है कि चुनाव आयोग की गाइड लाइन पर चेकिंग की जा रही है। जिससे कोई भी असामाजिक तत्व विधानसभा चुनाव को प्रभावित न कर सके। दरअसल कई बार ऐसा देखने को मिला है कि कई उम्मीदवार चुनाव में मतदाताओं को पैसे व शराब का प्रोलभन देकर अपने पक्ष में वोटिंग कराने के लिए करते है। इन सबको रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस द्वारा सड़कों पर वाहनों की चेकिंग की जा रही है। पुलिस को कई बार वाहनों से पैसे व शराब लेते जाते हुए। लोग पकड़ में भी आ चुके है। अब ऐसे लोगों पर नजर उनकी धरपकड़ के नाम पर सड़कों पर चेकिंग की जा रही है। लेकिन इसमें आम आदमी पिस रहे है। उन्हें चेकिंग के नाम पर 15 से 30 मिनट तक रोका जा रहा है। इससे वह अपने आफिस,ट्रेन पकड़ने व अन्य कामों में लेट हो रहे है। ट्रैफिक व्यवस्था चेकिंग में लगे अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा वाहनों को रोककर उनके पेपर देखे जाते हैं। गाड़ी में रखे सामान की बारीकी से चेकिंग इसके लिए चार पहिया वाहनों चालकों को पीछे डिग्गी भी खोलकर दिखानी पड़ रही है। जिसके चलते कई बार लोगों को परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा है। तो वहीं इस सबके चलते कई बार जाम की स्थिति भी बन रही है। जिससे आमजन को परेशान हो रहे है। तो वहीं दुर्घटनाओं की आशंका बनी रही है। पुलिस दे रही केस बनाने की धमकी चेकिंग के दौरान वाहन चालकों व पुलिस अधिकारियों के बीच कई बार तीखी बहस बाजी भी हो रही है। इस दौरान कई बार पुलिस द्वारा चुनाव आचार संहिता लागू होने पर सहयोग नहीं करने पर केस बनाने की धमकी तक दे रहे है।
पुलिस की वाहन चेकिंग में फंसे वाहन चालक मुबीन खान ने बताया कि मैं दोपहर करीब 12:30 बजे रानीकमलापति स्टेशन के सामने वाली सड़क से निकल रहा था। यहां पर यातायात पुलिस चेकिंग कर रही थी। जिन्होंने जांच के लिए रोक लिया। गाड़ी के कागज आदि दिखाने के बाद भी करीब 20 मिनट तक रोककर रखा गया। इसके चलते मैं आफिस के लिए लेट हो गया। जिससे खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।
ट्रैफिक एडिशनल डीसीपी विक्रम रघुवंशी ने कहा कि निश्पक्ष चुनाव प्रक्रिया को लेकर चुनाव आयोग की गाइड लाइन पर वाहनों की चेकिंग की जा रही है। जिसमें गाड़ियों में कोई पैसे, शराब आदि तो नहीं ले जा रही है। इस सबको को चेक किया जा रहा है। इसके लिए वाहनों की डिग्गी खोलकर चेक करना पड़ता है। जिससे कई बार थोड़ा टाइम तो लगता है। इसकी डेली रिपोर्ट चुनाव आयोग को जाती है। जिसमें कितने वाहनों की चेकिंग की गई और क्या कार्रवाई की गई।