गायत्री परिवार के नशामुक्ति अभियान से गांव में गृहक्लेश हुए खत्म बच्चों कि शिक्षा पर दे रहें है जोर- सरस्वती बेले सरपंच
Gayatri Parivar’s anti-drug campaign has ended domestic strife in the village, and emphasis is being placed on children’s education – Saraswati Bele Sarpanch
- बाबा रामटेक मेले में श्रद्धालुओं को निमंत्रण देकर पौधों की सुरक्षा के लिए किया जागरूक
हरिप्रसाद जोहे
आमला। आज हसलपुर रामटेक पहाड़ी पर लगें बाबा रामटेक मेले में श्रद्धालुओं को शक्तिसंवर्धन 108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का निमंत्रण देकर जागरूक किया दिलाया पौधों की सुरक्षा का संकल्प

अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा आयोजित शक्तिसंवर्धन 108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का प्रचार करने पहुचे परिजनों ने हसलपुर रामटेक पहाड़ी पर बाबा रामटेक के दर्शन और प्रसादी लेने पंहुचे लोगों को यज्ञ हेतु आमंत्रण दिया साथ ही हसलपुर रामटेक पर लगें पौधों की सुरक्षा का संकल्प दिलाया। हसलपुर ग्राम पंचाय की सरपंच सरस्वती बेले ने वृक्षगंगा अभियान की तारीफ करतें हुए कहा कि आज यह मेला परिसर जो हरा भरा दिख रहा है यह गायत्री परिवार की पिछले दस वर्षो की मेहनत है और गायत्री परिवार के परिजनों ने गांव के लोगों को नशामुक्ति अभियान चलाकर जो आध्यात्मिक माहौल प्रदान किया है उससे गांव में पारिवारिक विवाद बहुत कम हो गये है और लोग नशें से दुर रहकर बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान दे रहें है निलेश मालवीय ने सभा को संबोधित करतें हुए वृक्षगंगा अभियान की शुरूआत और हजारों पेड़ो के संरक्षण के लिए विषम परिस्थितितयों में आगजनी के बाद भी पौधों के हरा भरा होने को दैविय कृपा और ग्रामवासियों का सहयोग बताया।
समिति के राजेंन्द्र उपाध्याय ऋषभ पंवार अमित देशमुख ने संपूर्ण मेला क्षेत्र में पम्प्लेट बांटकर लोगों को यज्ञ में आने का निमंत्रण दिया।

108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ के अध्यक्ष रमेश सूर्यवंशी एस पी डढोरे एवं भिक्कू प्रसाद धामोड़े ने बताया की यज्ञ में लगभग 10 क्विंटल हवन सामग्री एक क्विंटल देशी गाय का शुद्ध घी सम्पूर्ण आमला तहसील से संगृहित कर यज्ञ में आहुति के रूप में उपयोग किया जायेगा जिससे वातावरण परिशुद्ध होगा और दैवीय चेतना का विकास होगा।
आज ग्रामीण अंचलो से बहनो ने आकर श्रमदान कर हवन कुण्ड को गाय के गोबर लीप कर यज्ञ के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई कल से विभिन्न सामाजिक संगठन एन.सी.सी. और अन्य स्वयंसेवी संगठन लगातार 22 दिसम्बर तक श्रमदान कर यज्ञ शाला को स्वच्छ बनाने में श्रमदान करेंगे।