मंत्री रावत ने कन्या पूजन को बताया हमारी संस्कृति, राजस्थान-अजमेर के पुष्कर तीर्थ में 2100 कन्याओं का सामूहिक पूजन
अजमेर.
अजमेर जिले के तीर्थ नगरी पुष्कर के माहेश्वरी भवन में आज दुर्वांकुश एजुकेशन फाउंडेशन के तत्वावधान में सर्व सनातन हिंदू समाज की ओर से नवरात्रि पर्व के उपलक्ष्य में सर्व समाज की देवी स्वरूपा 2100 कन्याओं का सामूहिक पूजन किया गया, साथ ही नन्हें बालकों को भैरव मानते हुए उनका भी पूजन किया गया।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सुरेशसिंह रावत, नगर परिषद के सभापति कमल पाठक, अखिल भारतीय माहेश्वरी सेवा सदन पुष्कर के अध्यक्ष रामकुमार भूतड़ा, कार्यालय मंत्री मधुसूदन मालू, पूर्व पालिकाध्यक्ष सूरज नारायण पाराशर ने अतिथि के रूप में शिरकत की। इससे पूर्व ज्योतिषाचार्य पंडित कैलाशनाथ दाधीच और पंडित सत्यनारायण शास्त्री सानिध्य में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पहले 2100 कन्याओं और भैरव का पूजन किया गया। इसके बाद माता स्वरूप कन्याओं को भोजन कराकर उपहार दिये गये। कार्यक्रम के दौरान अयोध्या में भगवान राम मंदिर के निर्माण पर 22 जनवरी को आयोजित श्रीराम प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में पुष्कर उपखंड में प्रथम, द्वितीय स्थान प्राप्त विधार्थियों को भी पुरस्कृत किया गया। इस दौरान कन्याएं माता रानी का स्वरूप धारण कर कार्यक्रम मे पहुंची। जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने शानदार आयोजन के लिये आयोजकों को बधाई देते हुए धन्यवाद दिया। रावत ने कहा कि कन्या पूजन हमारी संस्कृति का प्रतीक है और इससे सामाजिक सदभाव बढ़ता है। फाउंडेशन की निदेशिका निर्मल चौधरी ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य हिन्दू समाज को संगठित कर मजबूत बनाना था। फाउंडेशन के अध्यक्ष विष्णु शर्मा ने बताया कि सामजिक समरसता बनाने और हमारे पुराणों में कन्याओं को जो उच्च स्थान दिया गया है, उसका एहसास कराने के लिये फाउंडेशन की और से प्रतिवर्ष यह कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। संयोजिका पुष्पा पाराशर ने बताया कि सकल हिंदू समाज बंधुओं ने सपत्नीक सामूहिक रूप से कन्याओं का वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजन किया। इस मौके पर नन्हें बालकों को भैरव के रूप में भी पूजन किया जायेगा।