MP : विदिशा में फसल बीमा की राशि काे लेकर किसानाें का एक घंटे तक चक्काजाम
विदिशा। फसल बीमा की राशि और खराब हुई फसल के सर्वे की मुआवजा राशि को लेकर मंगलवार को देवास-कानपुर हाईवे के धतूरिया गांव के पास किसान सड़क पर उतर आए। किसानों ने नेशनल हाईवे 146 पर चक्काजाम कर दिया। किसानों का कहना था कि बीमा राशि की सूची में हमारा नाम नहीं है। चक्काजाम के कारण दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई।
इन गांवों के किसान शामिल
चिड़ोरिया, खाईखेड़ा, मिर्जापुर, पांझ, कुआखेड़ी, सन, भैरोखेड़ी, रुसल्ला, कराखेड़ी, मदनखेड़ी, धारुखेड़ी, डाबर, पड़रात, धतूरिया, पीपरहूंठा, अबेला, तिलक, भदारबड़ा गांव, हिरनई, खरी, काफ, मूड़रा, ठर्र आदि गांव के किसान यहां काफी संख्या में जुट गए थे। किसानों के आगे सिविल लाइंस पुलिस बेबस नजर आई। वहीं, कांग्रेस नेताओं के नेतृत्व में किसानों ने बीमा राशि को लेकर सुनवाई नहीं होने से कलेक्टोरेट में प्रदर्शन किया। इसके अलावा राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के कार्यकर्ताओं ने किसानों की समस्याओं को लेकर किसानों ने जमकर नारेबाजी की।
किसान जुटते गए, पुलिस को भनक भी नहीं लगी
सागर रोड के एक दर्जन से ज्यादा गांव के किसान बीमा राशि को लेकर सागर हाईवे पर धतूरिया के पास एकत्रित हुए। सैकड़ों की संख्या में किसान पूर्व सूचना पर जुटते गए लेकिन सिविल लाइंस पुलिस को इस बात की भनक नहीं लगी। सिविल लाइंस थाना प्रभारी कमलेश सोनी के ढीले रवैये की वजह से आंदोलन को और ज्यादा बल मिला। एकत्रित हुए किसानों ने करीब एक घंटे तक जाम लगाए रखा। बात करनी की बजाय थाना प्रभारी किसानों ने बदतमीजी कर रहे थे। इस वजह से नाराज किसानों ने हाईवे पर एक घंटे तक जाम लगा दिया। दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई।
कई गांवों के किसानों को नहीं मिली बीमा राशि, नेता और अफसर कर रहे गड़बड़ी
कांग्रेस नेता देवेंद्रसिंह राठौर, डॉ राजेन्द्रसिंह दांगी, नरेन्द्र रघुवंशी, पोपसिंह, दीवान किरार, प्रकाश कक्का, सुनील रघुवंशी , पांझ पंचायत के सरपंच तोरन सिंह का कहना था कि पिछले साल खरीफ फसल को बहुत नुकसान हुआ था। लेकिन जहां नुकसान हुआ वहां किसानों को राशि नहीं दी गई। कंपनी, अफसरों और नेताओं के साथ मिलकर गड़बड़ी करती है।
हाईवे पर जाम के बाद कृषि: संचालक एएस चौहान किसानों से चर्चा करने पहुंचे। डीडीए ने बताया कि एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ने प्रदेश के 22 जिलों में बीमा किया था। 416 हलकों में बीमा आया है और 171 में नहीं आया है। कंपनी के अधिकारियों से चर्चा हुई। बाकी हलकों की राशि आने की उम्मीद है। वहीं विदिशा विधायक शशांक भार्गव ने प्रधानमंत्री, कृषि मंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर विसंगति को दूर करने की मांग की।
कांग्रेस भी उतरी किसानों के लिए
कांग्रेस नेताओं ने बीमा नहीं मिलने पर किसानों के साथ कलेक्टोरेट में प्रदर्शन किया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष कमल सिलाकारी, पूर्व विधायक डॉ मेहताबसिंह यादव आदि नेताओं का कहना था कि बीमा राशि वितरण सही ढंग से की जाए। जहां नुकसान हुआ था वहां बीमा नहीं मिला। वहीं राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के कार्यकर्ताओं ने भी इसका विरोध कर प्रदर्शन किया।