केंद्रीय मंत्री कृषि नरेंद्र सिंह तोमर को चुनाव हराने संयुक्त किसान मोर्चा उतरा मैदान में।
United Kisan Morcha entered the fray to defeat Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar in the elections.
संयुक्त किसान मोर्चा की दिमनी में किसान पंचायत व प्रेसवार्ता आज।
राकेश टिकेत, योगेंद्र यादव, सुनीलम मिश्र सहित कई बड़े नेता होंगे शामिल।
संतोष सिंह तोमर
भोपाल/मुरैना। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को घेरने के लिए कांग्रेस , बीएसपी के अलावा संयुक्त किसान मोर्चा भी मैदान में कूद गया है, संयुक्त किसान मोर्चा आज मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा में किसान पंचायत करने जा रहा है, इसी विधानसभा से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर चुनाव मैदान में है।
संयुक्त किसान मोर्चा की किसान पंचायत को राकेश टिकेत, योगेन्द्र यादव, पी कृष्णप्रसाद, तेजेंदर सिंह विर्क, डॉ सुनीलम मिश्र (पूर्व विधायक), एसकेएम नेता आविद शाहा, भारत जोड़ो अभियान के सचिव पंकज पुष्कर (पूर्व विधायक) संबोधित करेंगे, अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय सचिव बादल सरोज ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा के नेता योगेन्द्र यादव, पी कृष्णप्रसाद, तेजेंदर सिंह विर्क, डॉ सुनीलम आज सुबह 11 बजे मुरैना में प्रेसवार्ता को संबोधित करेंगे।
कॉर्पोरेट भगाओ, भाजपा को सजा दो, देश बचाओ
उन्होंने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा ने पांच चुनावी राज्यों में “कॉर्पोरेट भगाओ, भाजपा को सजा दो, देश बचाओ” अभियान चलाने का निर्णय किया है। केंद्र सरकार द्वारा देश के किसानों पर तीन किसान विरोधी कानून थोपे जाने पर देश भर में किसान संगठनों ने 380 दिन तक आंदोलन चलाया, जिसमें 725 किसान शहीद हुए। संयुक्त किसान मोर्चा केंद्र सरकार को विशेष तौर पर प्रधानमंत्री और कृषि मंत्री को इन शहादतों के लिए जिम्मेदार मानता है ।
मोर्चा ने किसान आन्दोलन की बात को फिर दोहराया
किसान आंदोलन शुरू होने के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर द्वारा किसान नेताओं के साथ तीन बार बातचीत की गई। जिसमें कृषि मंत्री की भूमिका नकारात्मक रही, जिसके चलते वार्ता विफल रही। 380 दिन बाद सरकार ने मजबूरी में तीनों कृषि कानून वापस लेने का निर्णय लिया तथा कृषि मंत्रालय के सचिव संजय अग्रवाल द्वारा किसानों को लिखित आश्वासन दिया गया, जो किसानों के साथ धोखा साबित हुआ।
केंद्र सरकार ने किसानों से की वादाखिलाफी
बादल सरोज ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा किसान संगठनों की सहमति से न तो एमएसपी की कानूनी गारंटी के लिए कमेटी बनाई, न दूसरे आश्वासन पूरे किए गए। संयुक्त किसान मोर्चा ने अपनी ओर से संवाद कायम रखने के लिए फिर एक बार कृषि मंत्री के साथ बैठक की। जिसमें उन्होंने तमाम आश्वासन दिए लेकिन उनमें से एक भी आश्वासन को केंद्र सरकार द्वारा पूरा नहीं किया गया।
मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में खुद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मुरैना जिले के दिमनी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके विधानसभा क्षेत्र में बाजरा सहित अन्य फसलें एमएसपी पर नहीं खरीदी जा रही है। किसानों पर कर्ज बढ़ता चला जा रहा है। कृषि मंत्री किसानों को उनका जायज हक देने के लिए कोई ठोस कदम उठाने को तैयार नहीं है।
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को हराने की अपील
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आज मुरैना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तथा दिमनी विधानसभा क्षेत्र में किसान पंचायत कर किसान विरोधी, कार्पोरेट मुखी केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को हराने की अपील करेगा ताकि किसानों की जमीन और कृषि व्यापार कॉरपोरेट को सौंपी न जा सकें।
उन्होंने बताया कि किसान पंचायत का आयोजन संयुक्त किसान मोर्चा मध्य प्रदेश, भारत जोड़ो अभियान एवं ओबीसी महासभा द्वारा किया जाएगा। किसान पंचायत में अ.भा.कि.सभा के प्रदेश महासचिव अखिलेश यादव, ओबीसी महासभा की राष्ट्रीय कोर कमेटी सदस्य एड धर्मेन्द्र सिंह कुशवाह एवं किसंस के संयोजक एड विश्वजीत रतौनिया ,लतीफ खान शामिल होंगे