भोपाल में सीरियल किलर गिरफ्तार, रोंगटे खड़े कर देगी मर्डर के तरीके
भोपाल . करीब दो महीने पहले युवक की पत्थर से कुचलकर हत्या करने वाला सीरियल किलर निकला। उसने जमीन में गड़े खजाने का लालच देकर नवंबर 2020 में एक युवक की हत्या की थी। पुलिस ने इस मामले में आरोपी पर 20 हजार रुपए का इनाम रखा था। अब तक वह 6 लोगों की इसी तरह जंगल में ले जाकर हत्या कर चुका है। पुलिस 74 लोगों से पूछताछ के बाद ही 58 साल के इस आरोपी तक पहुंच सकी।
एएसपी राजेश सिंह भदौरिया के अनुसार गत 8 नवंबर 2020 को थाना सूखीसेवनिया अंतर्गत ग्राम अब्दुल्ला बरखेड़ी के जंगल में पत्थर से सिर कुचली आदिल वहाव की लाश मिली थी। जांच में सामने आया कि अशोका गार्डन में रहने वाले आदिल ने खजाना (जमीन में गड़ा सोना) के लालच में किसी मनीराम सेन को 17 हजार रुपए दिए थे।
आदिल उससे रुपए वापस मांग रहा था, लेकिन मनीराम सेन नहीं लौटा रहा था। हत्या के बाद से ही उसके फरार होने के कारण सबसे पहले उस पर ही संदेह गया। पुलिस ने उस पर 20 हजार रुपए नकद इनाम रखा था। मुखबिर की सूचना पर मनीराम सेन को राहतगढ़ से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि वह मंगलवार यानी आज ही इलाहाबाद से लौटकर सागर जिले के राहतगढ़ पहुंचा था।
उसने बताया कि आदिल उस पर जल्द से जल्द रुपए वापस करने का दबाव बना रहा था। इसलिए वह 7 नवंबर को आदिल को स्कूटी से सूखीसेवनिया के जंगल में ले गया। यहां उसे तंत्र विद्या करने का झांसा देकर आंखें बंद करने को कहा। जब उसे लगा कि आदिल अब आंखें नहीं खोलेगा तो उसने उसके सिर पर पत्थर मारा। इसके बाद उसकी पहचान छिपाने के लिए चेहरा कुचल दिया था। पुलिस ने आरोपी तक पहुंचने के लिए 74 लोगों से पूछताछ की थी।
2000 में एक साथ 5 लोगों को मारा था
एएसपी भदौरिया ने बताया कि आरोपी मनीराम सेन ने वर्ष 2000 में थाना ग्यारसपुर जिला विदिशा में खजाना दिलाने के नाम 5 लोगों की हत्या की थी। उसने जमीन में गड़ा खजाना दिलाने के नाम पर सबसे 5-5 हजार रुपए लिए। इसके बाद वह सभी को जंगल में ले गया। वहां उन्हें एक-दूसरे से एक-एक किमी की दूरी पर पेड़ के नीचे बैठा दिया था।
तंत्र विद्या के नाम पर सभी के हाथ में धागा बांधा और बोरा रखकर आंखें बंद कर मंत्र जाप करने को कहा। इसके बाद उसने एक-एक कर सभी की पत्थर से सिर कुचलकर हत्या कर दी थी। वह करीब डेढ़ साल तक फरार रहा था। उसके बाद 2002 में पकड़ा गया था। उसे आजीवन कारावास की सजा हुई थी। वर्ष 2006 में पैरोल पर छूटने के बाद वह फरार हो गया था। करीब 4 महीने बाद गुजरात से गिरफ्तार हुआ था। आजीवन कारावास की सजा वर्ष 2017 में पूरी हो गया। उसके बाद वह अशोका गार्डन की नवाब कालोनी में रहने लगा था।