श्याम रंगीला, ने वाराणसी से पीएम मोदी के सामने चुनाव लड़ने का किया है एलान
Shyam Rangeela has announced to contest elections from Varanasi against PM Modi.
श्याम रंगीला स्कूल-कॉलेज के दिनों से ही कॉमडी किया करते थे और लोगों की मिमिक्री करने में उन्हें महारत हासिल है। इसी काबिलियत की वजह से श्याम रंगीला द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज टीवी शो तक पहुंचे और इसी शो से वह देश के घर-घर में पहचाने गए।
कॉमेडियन श्याम रंगीला ने वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ने का एलान किया है। इस एलान के साथ ही श्याम रंगीला चर्चा में आ गए हैं। श्याम रंगीला पीएम मोदी जैसी आवाज में बात करने के चलते काफी मशहूर हैं और सोशल मीडिया पर उनकी तगड़ी फैन फॉलोइंग है। हालांकि कम ही लोग श्याम रंगीला की असल जिंदगी के बारे में जानते होंगे, तो आइए जानते हैं कि कौन हैं श्याम रंगीला और आखिर उन्होंने राजनीति के पिच पर उतरने के लिए वाराणसी लोकसभा सीट का ही चुनाव क्यों किया है।
राजस्थान के निवासी हैं श्याम रंगीला
श्याम रंगीला राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के पीलीबंगा तहसील के मानकथेरी गांव के रहने वाले हैं। श्याम रंगीला का असली नाम श्याम सुंदर है और उनका जन्म 25 अगस्त 1994 को हुआ था। श्याम रंगीला स्कूल-कॉलेज के दिनों से ही कॉमडी किया करते थे और लोगों की मिमिक्री करने में उन्हें महारत हासिल है। इसी काबिलियत की वजह से श्याम रंगीला द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज टीवी शो तक पहुंचे और इसी शो से वह देश के घर-घर में पहचाने गए। टीवी के बाद श्याम रंगीला ने सोशल मीडिया के जरिए कॉमेडी और मिमिक्री जारी रखी। खासकर पीएम मोदी की मिमिक्री करने के चलते श्याम रंगीला खूब मशहूर हुए। श्याम रंगीला साल 2022 में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे, लेकिन कुछ समय बाद ही श्याम रंगीला ने स्वतंत्र रूप से काम करने की बात कहकर पार्टी से किनारा कर लिया।
वाराणसी से ही चुनाव क्यों लड़ रहे श्याम रंगीला?
श्याम रंगीला ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर अपने वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का एलान किया है। इस वीडियो में श्याम रंगीला ने बताया कि जैसा सूरत में हुआ, इंदौर में हुआ, वैसा वाराणसी में न हो, इसलिए मैंने वाराणसी से चुनाव लड़ने का फैसला किया। उल्लेखनीय है कि सूरत लोकसभा सीट पर कांग्रेस समेत कई अन्य उम्मीदवारों का नामांकन रद्द हो गया। वहीं इंदौर लोकसभा सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवारों ने नामांकन के बाद अपना नाम वापस ले लिया। इस तरह दोनों सीटों पर भाजपा उम्मीदवार के जीतने की राह साफ हो गई है। श्याम रंगीला का कहना है कि ऐसा वाराणसी में न हो, इसी लिए उन्होंने वाराणसी से निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है।