साइबर तहसील और उज्जैन में विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का शुभारंभ, PM ने MP को दी 17000 करोड़ की सौगात
Vikramaditya Vedic Clock inaugurated in Cyber Tehsil and Ujjain, PM gives a gift of Rs 17000 crore to MP
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश को वर्चुअली 17 हजार करोड़ के विकास कार्यों की सौगात दी। उन्होंने विकसित भारत, विकसित मप्र कार्यक्रम को वचुअली संबोधित किया। साथ ही साइबर तहसील परियोजना और उज्जैन में विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का शुभारंभ किया।
उज्जैन !प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ‘विकसित भारत विकसित मध्य प्रदेश’ कार्यक्रम को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने मध्यप्रदेश में करीब 17 हजार करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इनमें सिंचाई, बिजली, सड़क, रेल, जल आपूर्ति, कोयला, उद्योग जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश में सरकारी सेवाओं के प्रदाय में सुधार के लिए मध्य प्रदेश में साइबर तहसील परियोजना और विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का शुभारंभ रिमोट का बटन दबा कर किया। कार्यक्रम में राज्यपाल मंगु भाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव समेत 29 लोकसभा और 230 विधानसभा क्षेत्रों के जनप्रतिनिधि भी वीडिया कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डिंडौरी में सड़क दुर्घटना मृतकों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की लोकसभा और विधानसभा सीट पर विकसित मध्य प्रदेश के संकल्प के साथ लाखों साथी जुड़े है। उन्होंने कहा कि भारत तभी विकसित होगा, जब राज्य विकसित होंगे। आज इस संकल्प यात्रा से मध्य प्रदेश जुड़ रहा है। मैं सभी का अभिनंदन करता हूं। उन्होंने कहा कि कल से एमपी में 9 दिन का विक्रमोत्सव शुरू होने वाला है। यह हमारी गौरवशाली विरासत और वर्तमान के विकास का उत्सव है। हमारी सरकार विरासत और विकास को कैसे एकसाथ लेकर चलते है इसका प्रमाण उज्जैन में लगी वैदिक घड़ी भी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बाबा महाकाल की नगरी कभी पूरी दुनिया के लिए काल गणना का केंद्र थी, लेकिन इस महत्व को भुला दिया गया और हमने विश्व की पहली विक्रमादित्य वैदिक घड़ी फिर से स्थापित की है। पीएम ने कहा कि यह सिर्फ अपने समद्ध अतित को याद करने का उस काल चक्र की भी साक्षी बनने वाली है, जो भारत को विकसित बनाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज MP की सभी लोकसभा सीटों को एक साथ 17,000 करोड़ के विकास परियोजनाओं एक साथ मिली है। इसमें पेयजल और सिंचाई की परियोजनाएं, सड़क, रेल, खेल परिसर, सामुदायिक सभागार समेत अन्य है। कुछ दिन पहले एमपी के 30 से अधिक रेलवे स्टेशनों के आधुनिकरण का काम शुरू हुआ है। भाजपा की डबल इंजन की सरकार ऐसे ही डबल स्पीड से विकास कर रही है। यह परियोजनाएं एमपी के लोगों का जीवन आसान बनाएंगी। यहां निवेश और नौकरी के नए अवसर बनाएंगी। इसलिए आप सभी को बहुत बहुत बधाई।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज चारों तरफ एक ही बात सुनाई देती है। अपकी बार 400 पार। पहली बार ऐसा हुआ है कि जब जनता ने खुद अपनी प्रिय सरकार की वापसी के लिए ऐसा नारा बुलंद कर दिया है। यह नारा भाजपा नहीं बल्कि देश की जनता जनार्दन का दिया हुआ है। मोदी की गारंटी पर देश का इतना विश्वास भाव विभोर करने वाला है। साथियों हमारे लिए यह सिर्फ तीसरी बार सरकार बनाने का सिर्फ लक्ष्य है ऐसा नहीं है। हम तीसरी बार देश को तीसरी बड़ी आर्थिक शक्ति बनाने के लिए चुनाव में उतर रहे है। हमारे लिए सरकार बनाना अंतिम लक्ष्य नहीं है। हमारे लिए सरकार बनाना देश बनाने का माध्यम है। यही हम मध्य प्रदेश में भी देख रहे है। बीते दो दशक से निरंतर आप हमें अवसर दे रहे है। आज भी विकास के लिए कितनी उमंग और उत्सा है। यह आपने नई सरकार के बीते कुछ माह में देखा है। मध्य प्रदेश के भाईयो के प्यार को नमन करता हूं और आपके आशीर्वाद को प्रणाम करता हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित मध्य प्रदेश के निर्माण के लिए सरकार खेती, उद्योग, पर्यटन तीनों पर बहुत बल दे रही है। है। आज मां नर्मदा पर बन रही तीन जल परियोजनाओं का भूमिपूजन हुआ है। इन परियोजनाओं से आदिवासी क्षेत्रों में सिचांई के साथ साथ पेयजल की समस्या का भी समाधान होगा। सिंचाई के क्षेत्र में मध्य प्रदेश में हम एक नई क्रांति होते देख रहे है। केन बेतवा लिंक परियोजना से बुंदेलखंड के लोगों परिवारों का जीवन बदलने वाला है। जब किसान के खेत तक पानी पहुंचता है तो इससे बड़ी सेवा उसकी क्या हो सकती है। भाजपा की सरकार और कांग्रेस की सरकार में क्या अंतर होता है कि इसका उदाहरण सिंचाई परियोजना भी है। बीते 10 साल में भाजपा की सरकार में 90 लाख हैक्टेयर खेती को सूक्ष्म सिंचाई से जोड़ा गया है, जो 10 साल पहले से दो गुना है। छोटे किसानों की एक बड़ी परेशानी गोदाम की रही है। इसके कारण किसानों को अपनी उपज औने पौने दाम में बेचनी पड़ती थी। अब हम भंडारण क सबसे बड़ी योजना पर काम कर रही है। आने वाले समय में देश में हजारों की संख्या में 700 लाख मैट्रिक टन अनाज के भंडारण की क्षमता देश में बनेगी। इस पर सरकार सवा लाख करोड़ से ज्यादा खर्च करने जा रही है।
हमारी सरकार गांवों को आत्मनिर्भर बनाने की योजना पर बहुत बल दे रही है। इसके लिए सहकारिता पर ध्यान दिया जा रहा है। भाजपा सरकार अनाज, फल सब्जी, मछली ऐसे हर सेक्टर में सहकारिता पर बल दे रही है। इसलिए लाखों गांव में सहकारी संस्थाओं का गठन किया जा रहा है। हमारी कोशिश है कि खेती, मुर्गी पालन, मछली पालन हो हर प्रकार से गांव की आय बढ़े। गांव का विकास हो। गांव की एक बहुत बड़ी समस्या रही है। उसकी जमीन को लेकर बहुत विवाद रहते थे। गांव के लोगों को छोटे छोटे काम के लिए तहसील के चक्कर लगाने पड़ते थे। मध्यप्रदेश स्वामित्व योजना के तहत अच्छा काम कर रहा है। एमपी में 20 लाख से अधिक स्वामित्व योजना के स्वामित्व कार्ड बांटे गए हैं। एमपी के सभी 55 जिलों में आज साइबर तहसील से जोड़ा जा रहा है। इससे ग्रामीण परिवारों का समय और खर्च बांचेगा।
पीएम ने फर्स्ट टाइम वोटर्स और बेरोजगार युवाओं को मोदी का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि आपके लिए बीजेपी सरकार नए अवसर बनाने में कोई कसर बाकी नहीं रखेगी आपके सपने मोदी का संकल्प है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की सरकारों में हमारी पारंपरिक ताकतों को बरबाद कर दिया है। आज हमारी सरकार में स्वरोजगार के लिए काम हो रहे हैं। देश की पारंपरिक खिलौना बनाने की कला एक समय विलुप्त रही थी, लेकिन आज हमारे स्वदेशी निर्मित खिलौने निर्यात हो रहे हैं। खिलौना का जितना हम आयत 10 साल पहले करते थे आज उसे ज्यादा निर्यात कर रहे हैं।
जिन्हे कोई नहीं पूछता उन्हे मोदी पूछता है। आज विदेश से आने वाले लोग एमपी आना चाहता है। क्योंकि एमपी अजब है एमपी गजब है। पिछले कुछ दिनों में ओंकारेश्वर और उज्जैन महाकाल में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी है। प्रदेश में कनेक्टिविटी से उद्योग से लेकर हर क्षेत्र में लाभ होता है। उन्होंने कहा कि आने वाले पांच सालों में माता-बहनें सशक्त बनेगी। उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक रिपोर्ट के मुताबिक शहरों से ज्यादा गांव में आय बढ़ रही है। भाजपा सरकार सही दिशा में काम कर रही है।
इन परियोजनाओं की सौगात मिली
5500 करोड़ रुपये से ज्यादा की सिंचाई परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में अपर नर्मदा परियोजना, राघवपुर बहुउद्देशीय परियोजना और बसनिया बहुउद्देशीय परियोजना शामिल हैं। इन परियोजनाओं से डिंडोरी, अनुपपुर और मंडला जिलों में 75 हजार हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि सिंचित होगी। इस क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बढ़ेगी और पेयजल संकट भी खत्म होगा। प्रधानमंत्री राज्य में 800 करोड़ से अधिक की दो छोटी सिंचाई परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित किया। इनमें पारसडोह सूक्ष्म सिंचाई परियोजना और औलिया सूक्ष्म सिंचाई परियोजना शामिल हैं। ये सूक्ष्म सिंचाई परियोजनाएं बैतूल और खंडवा जिलों में 26 हजार हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में सिंचाई करेंगी।
2200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित तीन रेलवे परियोजनाएं भी राष्ट्र को समर्पित किया। इन परियोजनाओं में वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-लखलौन एवं धौरा – आगासोड मार्ग पर तीसरी लाइन की परियोजना; न्यू सुमावली-जोरा अलापुर रेलवे लाइन में गेज परिवर्तन परियोजना और पोवारखेड़ा-जुझारपुर रेल लाइन फ्लाइओवर की परियोजना शामिल हैं। ये परियोजनाएं रेल कनेक्टिविटी बढ़ायेगी और क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान देंगी।
मध्यप्रदेश में औद्योगिक विकास को गति देने प्रधानमंत्री ने लगभग 1000 करोड़ रुपये की औद्योगिक परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी। इन परियोजनाओं में रतलाम में बड़ा औद्योगिक पार्क, मुरैना जिले के सीतापुर में मेगा चमड़ा, जूते एवं सहायक उपकरण केंद्र, इंदौर में परिधान उद्योग के लिए प्लग एंड प्ले पार्क, औद्योगिक पार्क मंदसौर (जग्गाखेड़ी चरण-2) और धार जिले में औद्योगिक पार्क पीथमपुर का उन्नयन परियोजना शामिल हैं। प्रधानमंत्री देश को कोयला क्षेत्र की 1000 करोड़ से अधिक की परियोजनाएं समर्पित करेंगे। इनमें जयंत ओसीपी सीएचपी साइलो, एनसीएल सिंगरौली; और दुधिचुआ ओसीपी सीएचपी-साइलो शामिल है।
मध्य प्रदेश में बिजली क्षेत्र को मजबूत करते हुए प्रधानमंत्री ने पन्ना, रायसेन, छिंदवाड़ा और नर्मदापुरम जिलों में स्थित छह सब स्टेशनों की आधारशिला रखी। इन सब स्टेशनों से प्रदेश के ग्यारह जिलों भोपाल, पन्ना, रायसेन, छिंदवाड़ा, नर्मदापुरम, विदिशा, सागर, दमोह, छतरपुर, हरदा और सीहोर के लोगों को लाभ मिलेगा। इन सब स्टेशनों से मंडीदीप औद्योगिक क्षेत्र के उद्योगों को भी लाभ होगा।
प्रधानमंत्री अमृत 2.0 के तहत लगभग 880 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं और राज्य भर के कई जिलों में जल आपूर्ति प्रणालियों को बढ़ाने और मजबूत करने की अन्य योजनाओं की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री खरगोन में जल आपूर्ति बढ़ाने की परियोजना भी राष्ट्र को समर्पित किया।
सरकारी सेवाओं की प्रदाय व्यवस्था में सुधार की दिशा में मध्यप्रदेश में साइबर तहसील परियोजना बड़ा कदम है। इससे पूर्ण खसरा की बिक्री-खरीद का दाखिल खारिज शुरू से अंत तक कागज रहित और फेसलेस ऑनलाइन निपटान और राजस्व रिकॉर्ड में रिकॉर्ड सुधार होगा। यह परियोजना सभी जिलों में लागू की गई है। मप्र के लिए एक एकल राजस्व न्यायालय भी प्रदान करेगी। इसमें आवेदक को अंतिम आदेश की प्रमाणित प्रति भेजने के लिए ईमेल/व्हाट्सएप का भी उपयोग किया जाएगा। प्रधानमंत्री अन्य परियोजनाओं के अलावा मध्य प्रदेश में कई महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया।