हादसे को आमंत्रण दे रहा छतीग्रस्थ आगनवाड़ी भवन, मंदिर, ग्रामीणों ने हटाने की मांग ।
Villagers demand removal of Aganwadi building and temple which is facing disaster.
- बोले ग्रामीण किसी भी प्रकार की दुर्घटना पर पूर्ण जिम्मेदार ग्राम पंचायत होंगी।
- स्थानीय जन सुनवाई में शिकायत के बाद भी नहीं निकला समाधान ।
- मामला ग्राम पंचायत रंभाखेड़ी के केदार खेड़ा गांव का ।
हरिप्रसाद गोहे
आमला । आमजन की शिकायतों का त्वरित निराकरण हो जिस बात को दृष्टिगत रख नवागत जिला कलेक्टर द्वारा जिला जन सुनवाई से हट स्थानीय स्तर पर तहसीलवार प्रति मंगलवार जन सुनवाई आयोजित कर आमजन की शिकायत सुनी जा रही है । तहसील स्तर पर शुरू हुई जन सुनवाई से लोगों में उत्साह भी जागा था । लोग प्रति मंगलवार कार्यालय जनपद पंचायत आमला में आयोजित जन सुनवाई में शिकायत लेकर पहुंचते भी देखे जा रहे । बावजूद लगातार शिकायत के बाद भी जन सुनवाई में लोगों की समस्याओं का निराकार नहीं होने से लोगों में नाराजगी व्याप्त है । जनसुनवाई में शिकायत निराकरण नहीं होने से जुड़ा एक मामला मंगलवार जनसुनवाई में प्रकाश में आया है। ग्राम पंचायत रंभाखेड़ी के केदार खेड़ा ग्राम निवासी आवेदक संजय कायस्थ, उदय गंगारे, टीकाराम मोड़क, प्रवीन हुडे, केदार कायस्थ, राजेश हुडे आदि आमला जनसुनवाई में लगातार दूसरी बार शिकायत लेकर पहुंचे थे । उन्होंने बताया लागतार शिकायत के बाद भी हमारी शिकायत का निराकरण नहीं हो रहा है जिस कारण नाराजगी है ।
क्या है पूरा मामला
ग्रामीणों ने आमला जनसुनवाई में प्रेषित ज्ञापन के माध्यम से बताया केदारखेड़ा ग्राम में पुराना छती ग्रस्त आगनवाड़ी भवन, मंदिर जीर्ण शीर्ण अवस्था में पहोंच गया है जिसका एक कोना गिर चुका है। शेष भवन कभी भी गिर सकता है । वही पुराना मंदिर भी पूर्ण रूप से गिरने की कगार पर है । जिस बात की सूचना पूर्व में भी पंचायत अधिकारियों तहसील कार्यालय सहित जनसुनवाई में दी गई किंतु आज तक दोनो स्थलों को नहीं हटाया गया ।
घट सकती है अप्रिय घटना
ग्रामीण संजय कायस्थ ने बताया उक्त स्थल प्रांगण में प्रायमरी स्कूल हैं । वहीं मंदिर में हर रोज 20 से 30 ग्रामीण महिलाएं पूजा करने आती है । किसी भी दिन कोई अप्रिय घटना घटित हो सकती है। उन्होंने बताया पूर्व में सचिव महोदय द्वारा पंचनामा बनाकर मामले को गांव वालों पर डाल दिया था ।
किंतु ग्राम में मंदिर की कोई समिति नहीं है । समिति नहीं होने के कारण ग्राम वासी तोड़ने में सक्षम नहीं है । उन्होंने यथा शीघ्र आगनवाड़ी भवन, मंदिर को हटाए जाने मांग की है । साथ ही किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने पर पूर्ण जिम्मेदारी ग्राम पंचायत की होने की बात कही है ।
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इन्होंने क्या कहा
मंदिर का मामला जनपद एवं पंचायत के अधीन नहीं होता यह धर्मस्थ विभाग अधीन आता है । आगनवाड़ी भवन के लिए प्रस्ताव भेजने कहा गया है । कलेक्टर सर से अनुमति मिलने बाद अग्रीम कार्यवाही की जायेंगी
संजीत श्रीवास्तव मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत आमला ।
केदारखेड़ा के ग्रामीणों की जायज हे मांग ,छतीग्रस्त भवन से कभी भी अप्रिय घटना घट सकती है ,हटाया जाना चाहिए
प्रमोद चौकीकर सरपंच ग्राम पंचायत रंभाखेड़ी ।