नाबालिग से बलात्कार, रिपोर्ट लिखने में पुलिस की आनाकानी
जिले के महाराजपुर थाने के मनकारी गांव में एक नाबालिग लड़की से बलात्कार की वीभत्स और शर्मनाक घटना हुई। शिवराज सरकार की पुलिस ने दबंग आरोपियों से मिलीभगत कर मामले को दबाने की नीयत से रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की और पीड़ित अवयस्क लड़की के परिजनों को थाने से धमकाकर चलता कर दिया।
इस मामले की जानकारी जैसे ही कांग्रेस के क्षेत्रीय विधायक नीरज दीक्षित को लगी, वह देर रात थाने पीड़िता की रिपोर्ट दर्ज करवाने पहुंच गए। लेकिन पुलिस तब भी एफआईआर दर्ज करने आनाकानी करती रही। शिवराज सरकार की कथनी और करनी पर प्रश्नचिन्ह लगाती रही।
मजबूरन क्षेत्रीय विधायक को देर रात तक थाने का घेराव कर धरना देना पड़ा। बढ़ते जनाक्रोश के सामने और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर अंत में पुलिस को मामले की एफआईआर लिखने विवश होना पड़ा।
अब देखना है कि एक नाबालिग लड़की के बलात्कारी को बचाने में लगी रही महाराजपुर पुलिस के खाकीपोशों के खिलाफ सरकार और पुलिस के आला अफसरान क्या सख्त कार्यवाही करते हैं?