डाक्टरों की कमी से जूझ रहा सिविल, अस्पताल : जनसुनवाई में कलेक्टर के नाम संबोधित ज्ञापन एस डी एम को सौपा

Civil hospital is facing shortage of doctors
Civil hospital is facing shortage of doctors
- बेहतर स्वास्थ्य सुविधा एवं व्यवस्था नहीं मिलने से न खुश विभिन्न संगठनों ने उठाई आवाज ।
- बोले नहीं बनी व्यवस्था तो आंदोलन के लिए होंगे बाध्य ।
- प्रशासन ने व्यवस्था बनाने दिया आश्वासन ।
हरिप्रसाद गोहे
आमला । विधानसभा क्षेत्र आमला के रहवासियों के लिए स्वास्थ्य सुविधा को दृष्टिगत रख सरकार द्वारा सर्व सुविधा युक्त सिविल अस्पताल की सौगात आमला को दी जहा ब्लाक की 68 ग्राम पंचायतों एवं शहर के अठारह वार्डों से मरीज अपना स्वास्थ्य उपचार कराने पहुंचते है। खास बात यह है की सिविल अस्पताल का लोकार्पण भी बड़े धूमधाम से स्थानीय जन प्रतिनिधि की गरिमय उपस्थिति में हुआ था जिसे देख लोगों में आमला सिविल अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं एवं व्यवस्था मिलने आशा की किरण जागी थी।

लेकिन यहां बेहतर स्वास्थ्य सुविधा व व्यव्स्था नहीं मिलने से लोगो में अब गहरा आक्रोश है। वहीं अस्पताल में नियुक्त डाक्टरों की कमी भी देखी जा रही है। बावजूद इस और किसी का ध्यान नहीं है। ऐसे में नगर के विभिन्न संगठनों ने मंगलवार सामूहिक आवाज बुलंद कर आमला सिविल अस्पताल में त्वरित व्यवस्था बनाए जाने मांग की मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होने की बात कहीं है ।
विभिन्न संगठनों ने सोपा ज्ञापन
सिविल हॉस्पिटल में स्वास्थ्य सुविधाओं की मांग एवं व्यवस्थाओ को लेकर मंगलवार को जनसुनवाई में शहर की विभिन्न संस्थाओं व समितियों द्वारा ज्ञापन सौंपा गया। लंबे समय से शहर के सिविल हॉस्पिटल में चिकित्सकों की कमी एवं व्यवस्थाओ की कमी शहरवसियो के लिए चिंता का विषय बनी हुई है, इन्ही मुद्दों को लेकर शहर के अग्रणी सामाजिक संस्थाओं, व्यापारिक संगठन एवं सेवाभावी समितियों द्वारा एक साथ जनपद पंचायत कार्यालय में एसडीएम आमला को ज्ञापन सौंपा।

जिसमें जनसेवा कल्याण समिति, प्रगतिशील व्यापारी संघ, श्री महावीर हनुमान गौशाला समिति, सूर्यवंशी ढोलेवार कुंबी समाज युवा संगठन, मप्र अनुसूचित जाति-जनजाति अधिकारी एवं कर्मचारी संघ एवं संघर्ष समिति, सहयोग फाउंडेशन अधिवक्ता संघ,रेलवे रिटायर्ड पेंशनर एसोसिएशन ,बोहरा समाज करणी सेना परिवार के साथ विभिन्न संस्थाओ के सदस्यों द्वारा सिविल हॉस्पिटल में व्यवस्था सुधारने एवं स्वास्थ्य सुविधाओ में वृद्धि करने की मांग को लेकर अपनी बात रखी ।
ज्ञात हो कि कुछ वर्ष पूर्व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का उन्नयन कर भव्य सिविल हॉस्पिटल आमला में बनाया गया था, जिससे लोगो मे उम्मीद जगी थी कि नए व भव्य हॉस्पिटल के बनने से सुविधाओ में वृद्धि होगी,परन्तु लोगो को हताशा ही हाथ लगी, हमेशा की तरह हॉस्पिटल आज भी डॉक्टर्स की कमी से जूझ रहा है,एवं मात्र आधा दर्जन डॉक्टर्स ही यहां सेवा दे रहे है,जबकि डॉक्टर के 14 पद आज भी रिक्त पड़े है, ऑपरेटरों व अन्य स्टाफ की भी यही हालत है, वहीं व्यवस्थाओ की बात करें तो छोटी-छोटी बीमारियों व घायल होने पर रोगियों को बैतूल रेफर कर दिया जाता है,यही स्थिति सामान्य जांचों की भी है। कुल मिलाकर कहा जाए तो यहां बोर्ड तो सिविल हॉस्पिटल का लगा है परन्तु सिविल हॉस्पिटल के निर्धारित मापदंडों के आधार पर 20 प्रतिशत सुविधाएं भी उपलब्ध नही है।
ज्ञापन में समितियों व प्रबुद्धजनों द्वारा मांग की गई कि हॉस्पिटल में कई मशीनें जैसी आई थी वैसी ही बंद रखी है,उन्हें चलाने ऑपरेटर व डॉक्टर्स की व्यवस्था शीघ्र की जाए। महिला रोग विशेषज्ञ की मांग वर्षों से क्षेत्रवासी कर रहे है,इस मांग को जल्द पूरा किया जाए। एकमात्र एमडी मेडिसिन डॉक्टर मुकेश वागद्रे को बार-बार अटैचमेंट के नाम पर अन्यत्र भेज दिया जाता है,इसकी वजह जानकर शीघ्र कार्यवाही की जाए। आमला हॉस्पिटल में सायकल/वाहन स्टैंड का ठेका शीघ्र निरस्त किया जाए, चूंकि यहां अधिकांश गरीब वर्ग व अपनो की बीमारी से परेशान परिजन आते है,पैसों के अभाव में उन्हें लज्जित किया जाता है, मुलताई हॉस्पिटल में मानवता दिखाते हुए हॉस्पिटल में सायकल स्टैंड का ठेका निरस्त किया जा चुका है, आमला में भी ठेका तुरंत निरस्त किया जाए। सामान्य जांच जैसे सिटी स्कैन, एक्स-रे, एमआरआई आदि की समुचित व्यवस्था की जाए, साथ ही दवाइयों की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए। सिविल हॉस्पिटल आमला की शहरी जनता के साथ 68 पंचायतों के लोगो के लिए भी एक मात्र हॉस्पिटल है।
उपस्थित सभी समितियों व संस्थाओ के सदस्यों द्वारा एक सुर में इन मांगो को पूर्ण करने हेतू निवेदन किया, साथ ही सभी ने ये भी कहा कि अगर एक माह के भीतर व्यवस्थाओ व सुविधाओ को पूर्ण नही किया गया तो उग्र आंदोलन करने के लिए विवश होना पड़ेगा।