लोकतंत्र का खात्मा, पत्रकारिता को खत्म करने से ही गुज़रता हैं। – जिग्नेश मेवानी
लोकतंत्र का खात्मा, पत्रकारिता को खत्म करने से ही गुज़रता हैं।
फंडिंग का मामला यदि सही भी मान लिया जाए, तो उसमें आतंकवादी की धाराएं कैसे लगाई जा सकती हैं?
जिग्नेश मेवानी
जिग्नेश मेवानी ने एक्स पर ट्वीट करते हुए एक विडिओ पोस्ट के हवाले से